बचपन और लड़ाई दिलों में बुग्ज़ नहीं हसरत रहती थी कुछ नया करने की चाहत रहती थी लड़ाई कर ले किसी से चाहे कोई भी पहले खुद बोल लेने की ताकत रहती थी आमिल #BachpanAurLadai