घूँघट में समाज को रीत नज़र आती है। मासूम से चेहरे की प्रीत नज़र आती है। कहते है घूँघट है औरत का लाज और गहना। इन बातों से समाज की जीत नज़र आती है। बेशक़ घूँघट औरत की लाज मर्यादा रखती है। ज़रूरत से ज्यादा हो तो बंदिश नज़र आती है। घूँघट से हर औरत दुल्हन सी नज़र आती है। और घूँघट में ही औरत अक्सर दबाई जाती है। घूँघट को ज़ुल्म का आड़ बनाने वाले को। घूँघट में औरत बहुत लाचार नज़र आती है। घूँघट को औरत के लिए कोई बंदिश न बनाएं। बेवजह की रीत अक्सर बेकार नज़र आती है। ♥️ Challenge-751 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।