#FourlinePoetry के जाने किस मर्ज़ की दवा ढूँढता है... अरे !! इश्क हूँ कोई ज़ख्म थोड़े हूँ..!! वो कहते हैं मुझे बदल लो खुद को... अरे !! हकीकत हूँ कोई मौसम थोड़े हूँ..!! #theuntoldshayari ©Ashi Writes #fourlinepoetry mannu nagar