मेरी ख़ामोशी को दुआ समझो, और जो बोल दूँ ,हुआ समझो! वो जो रोता है ख़्वाब में मेरे, उसको रोता हुआ ख़ुदा समझो! सूखे पेड़ों पे जब तलक है परिन्द, उनको अंदर से तुम हरा समझो! मैं तो जंगल का फूल हूँ शु!भ, मुझको हर हाल में खिला समझो! 🌹पागल/शायर/शु!भ🌹 #पारिजात