मजहब कोई भी नहीं देता गलत सलाह, बंदे उसका नाम ले करते देश तबाह। करते देश तबाह कर रहे ज्यों तबलीगी , जिनका मुल्ला साद छुपा बन बिल्ली भीगी। चेले पाल हजार स्वंय को समझे रब, होता हैं बदनाम इन्हीं से पूरा मजहब । मजहब नहीं सिखाता है आपस में बैर ।।।।🙏🙏🙏❣