जिंदगी जीना भी कोई परिंदो से सीखे जो बिना मतलब के जिंदगी जिया करते है , वरना मनुष्य तो मतलब के लिए परिंदो को भी कुचल दिया करते है ।।।। Laxman chauhan jine ki rah