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मॉ कि नजरो के चराग थे कभी जो उजालो सा ख्वाब थे कभी

मॉ कि नजरो के चराग थे कभी जो
उजालो सा ख्वाब थे कभी जो

हुस्न का हश्र भी कमाल का साहेब!!!

कालिख पसंद करने लगे है वो आज कल...
Fair&lovely का कमाल थे जो कभी बदलती रंगत
मॉ कि नजरो के चराग थे कभी जो
उजालो सा ख्वाब थे कभी जो

हुस्न का हश्र भी कमाल का साहेब!!!

कालिख पसंद करने लगे है वो आज कल...
Fair&lovely का कमाल थे जो कभी बदलती रंगत
ankitmishra4564

Ankit Mishra

New Creator

बदलती रंगत