White धारा पर रख दे वो ख्वाब जो असमा की सेर कराते है त्याग और समझ से ही प्रेमी अकुलाते है रिहा कर दे अपने मन के जालों को ख्वाहिश के पंछी कब औरत के पिंजरे में सुत्ताते है ©Chandrika Lodhi #Thinking