सब सकुशल कहूँ , तो शायद मैं ज़िंदा नहीं सब मंगल कहूँ, तो शायद मैं ज़िंदा नहीं, नहीं दिख रहा उजियारा, छा गया घनघोर अंधेरा जाने कब निकलेगा निडर न्याय का सवेरा, बंद कर लीया नेत्र व श्रवण, हो रहा बस चीर हरण जाने कब कृष्णा आएगा कब द्रोपदी की लाज बचाएगा, देख अमङ्गल विनाशकारी डर गई हर एक नारी कब सज्जन मौन तोड़ेगा कब दुर्जन धरती छोड़ेगा, धिक्कार है मुझे इस दुर्बलता पर क्यों अहँकार है इस सज्जनता पर, होगा क्या तब मेरा सवेरा दिखेगा जब मुझे अंधेरा, रे उठ भाग खड़ा हो कर स्मरण रच दे एक और महाभारत रामायण हो ललकार तू कर हुँकार करा दे न्याय की नैया पार #Priyanka_Reddy #RIPHumanity #RIPPriyanka_Reddy #AshamedIndian #Ashamedhumanity #Nojoto