किसी ने हमे ताने देते हुए कहा की सीखो उससे कामयाबी की सीढ़ियां कैसे चढ़ते है और एक आप है जो जैसे ही आगे बढ़ते है, लड़खड़ा कर गिरते है हमने उसकी इस बात पर सिर्फ इतना कहा की कामयाबी की सीढियां उन्हे ही चढ़ने दो क्योंकि उनकी मंजिल तो एक शिखर को पाना है और हमे तो जनाब बार बार गिर कर संभालने दो क्योंकि हमे कामयाबी की राहों पर चलना नही बल्कि कामयाब बन आसमानों में उड़ जाना है और उस उड़ान से पहले बार बार गिरना तो बनता है और एक बात और जनाब हमे बार बार इस बात का एहसास ना कराएं आपसे ज्यादा हमे हमारी उड़ान की चिंता है ©Sajan #कामयाबी_की_उड़ान