बेख़ौफ़ फिरूं मैं, उस रास्ते पर, जब अपना आना - जाना था, बस कुछ अपने ज़िगरी दोस्त थे, लगता था वो अपना जमाना था, वो चमक उठाती थी राहें भी, जिन पर कुछ कदमों का अफसाना था, अब याद करती है वो भी गालियाँ, जिन पर वो रौब पुराना था। बेख़ौफ़ फिरूं मैं, उस रास्ते पर, जब अपना आना - जाना था ।। #Motivation #बेख़ौफ़ फिरूं मैं #Nojoto #anup