Nojoto: Largest Storytelling Platform

शक्ल पे दिखती है मेहनत ज़िंदगी की जो समझता है उसे ख

शक्ल पे दिखती है मेहनत ज़िंदगी की
जो समझता है उसे खामोश रहता है
रास्तों से इश्क़ में मसरूफ़ वक़्त है
गोया शहर में ही ख़ानाबदोश रहता है
.
 खानाबदोश
शक्ल पे दिखती है मेहनत ज़िंदगी की
जो समझता है उसे खामोश रहता है
रास्तों से इश्क़ में मसरूफ़ वक़्त है
गोया शहर में ही ख़ानाबदोश रहता है
.
 खानाबदोश