Nojoto: Largest Storytelling Platform

मौन हूँ मैं अनभिज्ञ नहीं मैं बस एक तरुवर छाया-सी,

मौन हूँ मैं अनभिज्ञ नहीं

मैं बस एक तरुवर छाया-सी,
नियति में मेरे ही छाँव नहीं,
अर्पण करती हूँ शीतलता,
मौन हूँ मैं अनभिज्ञ नहीं....
वैसे मेरे नाम बहुत है,
पर मेरा कोई धाम नहीं,
जब उत्पत्ति हुई मेरी तब,
मिथ्या हास क्यों करें सभी....
मेरा जब प्रारंभ ही ऐसा,
मंथन कर लूं अंत हो जैसा,
प्रेम और सम्मान जो लौटा दो
तो फिर अपभ्रंश हो कैसा.....
ना धाम कोई, ना नाम कोई,
ना स्नेह भाव, सम्मान कोई,
अनुकूल नहीं गर हम तो कहते,
जा निज घर तेरा काम नहीं....
नारी होना क्यों दुर्लभ जग में,
ड़गर-ड़गर अविराम नहीं
अर्पण करती हूँ शीतलता 
मैं मौन हूँ बस अनभिज्ञ नहीं.....

©संवेदिता "सायबा" https://youtube.com/@samvedita_9554
#संवेदिता #सायबा #कविता #मौन #अनभिज्ञ
#samvedita #nojotohindi #Poetry #Nojoto 
#नारी पंडित नरेन्द्र द्विवेदी •*~राधा~*• कृष्ण दिवानी मीरा Yuvika Shekhawat Kumar Shaurya

https://youtube.com/@samvedita_9554 #संवेदिता #सायबा #कविता #मौन #अनभिज्ञ #samvedita #nojotohindi Poetry Nojoto #नारी पंडित नरेन्द्र द्विवेदी •*~राधा~*• कृष्ण दिवानी मीरा Yuvika Shekhawat Kumar Shaurya

1,748 Views