1. आज चुप रहते रहते थक गई कलम भी मेरी , मेरा दर्द बयाँ करने से मुकर गई। 2. न पूछना कोई दर्द कितना है कहीं सुनते सुनते ये उम्र न गुजर जाए। 3. सुनों जरा दर्द की महफ़िल के किस्से किसके हक में कितने है हिस्से। 4. टूटकर और कोई कितना टूटेगा कांच थोड़ी है जो चकनाचूर होगा। 5. आज कलम ने ना रुकने की कसम खाई है लगता है अश्कों से न बहने की दोस्ती निभाई है। ©Priya Singh #Nojoto #nojotohindi #nojotoemglish #shayri #SAD #NojotoFilms #short #lifepain #unkahealfazzz #ankahealfaaz