वो आखिरी बार जब हम एक-दूसरे से रूबरू हुए थे, ना जानते थे हमारे बीच इतने फासले होंगे, अब भी है हम एक अजीब से डोर से बंधे हुए, ना दूर हैं और ना ही पास एक-दूसरे के, जाने क्या थी उनकी मजबूरी, जो हमसे दूर जाना उनको लगा ज़रूरी, काश कुछ ऐसा हो जाए, हम उनसे मिले, वो हमसे मिले और हम फिर से एक हो जाएं।। #रूबरू