सोचती हूं.... सोचती हूं तुमसे मिलूंगी तो क्या कहना होगा, पहले तो शायद चुप ही रहना होगा... तुम्हें पता है तुम्हारी तस्वीर तक तो पापा दिखाते नही, तस्वीर तो छोड़ो नाम तक मुझे बताते नहीं, पर फिर तुम्हारी cute सी सालियां जुगाड़ लगती हैं, कभी गलत तो कभी सही सही जानकारी बताती हैं, कभी कभी बेबात ही मुझे बहुत चिढ़ाती हैं, फिर सोचती हूं चलो तुम्हारे लिए इतना तो कर ही सकती हूं, जानते हो हर चीज के लिए लड़ना पड़ा है मुझे इसलिए तुम्हारा सिर्फ इंतजार किया है मैंने क्यों की तुम्हारी खातिर मुझे लड़ना नहीं है, और तुम्हें बताऊं एक बात तुम्हारे इलावा मुझे न किसी से प्यार करना नही है, जानते हो मैने प्यार पर ना जाने कितनी कविताएं और शेर लिखे हैं, तुम्हें जानती नहीं हूं फिर भी तुम्हारे लिए ही तो मैंने इतने खैर लिखे हैं, अब सोचती हूं तुम मिलोगे तो तुम्हें वो सब पढ़कर सुनाऊंगी, तुम इश्क करना सिखाओगे न कुछ नए ढंग से तो वो वाला इश्क भी मैं शब्दों से सजाऊंगी, इसलिए सोचती हूं तुमसे मिलूंगी तो क्या कहना होगा... और पहले तो शायद हम दोनो को चुप ही रहना होगा... सोचती हूं.... ❤️ #स्नेह_के_साथी #mywritingmywords #mywritingmythoughts #yqdidi #yqhindi #yqhindiwriters #arrangedmarriage