#SAD
सब जिस्म है किराए के सब किरदार बन आए हैं
सब को यहां हैं धौंस को घरौंदे उन्होंने बनाएं हैं
एक दिन सब राख होना ही हैं पर इस का रंज हैं किसे
सबने यहां पर लाख के अपने महल बनाएं हैं
पर जिस दिन मरेगा तू उस रोज को क्या होगा
जो धौस हैं तुम्हारी उस धौंस का क्या होगा
मौत तो आनी जानी हैं एक रोज आएगी ही