अब मेरी पहले जेसी ईद कभी नहीं होगी माँ लाख कोशिश कर लु खुद को बाहर से हँसता हुआ मजबूत बनाने कि मगर अंदर से बिलकुल टुटा हूँ मे माँ जग से हारा नहीं हूँ मे माई खुद से हि हारा हु माँ तेरी जैसी सेवईँ अब कहीं बनती नहीं हे अब कौन सी सेवईँ खाऊँ मे माँ पहली जैसी ईद अब नहीं हे माँ ©Javed Ali Prabhu Suman Deepak Chaturvedi Rao Sahab @( मुसाफिर )@ PARAM Rao Sahab @( मुसाफिर )@