बस अब मुझे टूट कर बिखर जाने दो मै उदास रहूँ चलो उसको निखर जाने दो मेरी मंजिल हमेशा तूम ही थे और हो मै जियूँ या मरूं किसको फिकर जाने दो चंद्रेश बिन्द..✍ #चंदूडायरी #फिकर