पहाड़ों के मरकज़ था गांव उसका, उफ्फ क्या क़यामत ढाता हुस्न वादियों का, तारीफ ए काबिल तो होगा ही वो, वहां की आबोहवा ने जो सकूं मुकर्रर है। वह जवानी मौसम की,वह बादलों का छेड़ना, वह काली घटा का मुहासरा, फिर बिन बरसे चले जाना, मरकज़ करता ध्यान सबका, अपनी तरफ़, रहज़न था वो दिल के चैन का। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "मरकज़" "markaz" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है केन्द्र, किसी चक्र का केन्द्र एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है the center, center of a circle. अब तक आप अपनी रचनाओं में केन्द्र शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द मरकज़ का प्रयोग कर सकते हैं। ♥️ उदाहरण - अपने मरकज़ की तरफ़ माइल-ए-परवाज़ था हुस्न भूलता ही नहीं आलम तिरी अंगड़ाई का