#5LinePoetry खुशियों का एक बीज, बोने चला। खुद लगा लिया एक पौधा,जग पगला देख जला।। आज नहीं तो कल, फल तो देगा भला। कब तक मोहताज रहे,जमाना कभी ना सोचे भला।। ये अरमां कितना प्यारा, जो मेरे मन में पला। ©Yogendra Nath #5LinePoetry#खुशियों का एक बीज