नारी तुझमें खूबी है ढेर सारी पर तुझमें भरी पड़ी है मकरी खुद पे तो तुझे यकीन नही जरा भी मगर हर चीज चाहे हो जाए अधीन तुम्हारे यही सोच से तू हारे अगर खुद में जरा परिवर्तन लादे तो दो चेहरे न हो तुम्हारे ©Marutishankar Udasi #mask दो चेहरे न होते तुम्हारे