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.... इतनी कोशिशों के बाद भी हमारे शब्दों का मौन

 .... इतनी कोशिशों के 
बाद भी हमारे शब्दों का 
मौन हो जाना ;
कुछ ऐसी त्रासदी है जैसे 
अश्क सूख जाने से 
आंखों का मरुभूमि बन जाना ।

मुझे लगता है
 .... इतनी कोशिशों के 
बाद भी हमारे शब्दों का 
मौन हो जाना ;
कुछ ऐसी त्रासदी है जैसे 
अश्क सूख जाने से 
आंखों का मरुभूमि बन जाना ।

मुझे लगता है