हिन्दी मात्र भाषा नही सनवेदनाओ का उद्धार है जीने के बदलते ढंगों मे भावनाओ का विस्तार है निहित शब्द शब्द हर अक्षर वत्सल्या है प्यार है विधिवत यदि कोई बोले तो कृतज्ञता आभार है पीढी दर पीढी आवांटित मुल्यो का उपहार है एक भाव शैली अनेक शब्दो का भंडार है बोल चाल कोई भाषा हो हिंदी ही आधार है और यदि कोई अच्छा बोले लगता मंगलाचार hai ©Satyam Gupta #hindi_quotes #Nofear