White {Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधेकृष्ण जी!! कर्म तो करना है, लेकिन कर्म और उसके फल की आसक्ति से रहित होकर। इस तरह कर्म करने से कर्म प्रवाह का अंत होकर कर्म केवल क्रिया मात्रा रह जायेंगे और जीव कर्म बंधन से मुक्त हो जायेगा। ©N S Yadav GoldMine #Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधेकृष्ण जी!! कर्म तो करना है, लेकिन कर्म और उसके फल की आसक्ति से रहित होकर। इस तरह कर्म करने से कर्म प्रवाह का अंत होकर कर्म केवल क्रिया मात्रा रह जायेंगे और जीव कर्म बंधन से मुक्त हो जायेगा।