अपनी जिंदगी के अलग असूल है, दोस्ती के खातिर तो कांटे भी कबूल है, हंस कर चल दू कांच के टुकडो पर भी, अगर दोस्त कहे यह मेरे बिछाए हुए फूल है !!! ©Nidhi Chouhan #Barrier