न उसे मेरी परवाह है न मुझे खोने से ही डर लगता है उसे,, अब! अब क्या करना था!! बोल दिया मैंने;, सुनो धीरे-धीरे मेरी ज़िंदगी से जाना ताकि क़भी न ढूँढो मेरी ज़िंदगी में आने का फिर कोई बहाना©अरुणा kp® #LightsInHand #Chance #Hindi #हिंदीनोजोटो #हिंदीनोजोटो_जय_श्रीराम