White *ग़ज़ल* ख़ून के रिश्तों को कमजोर बनाती बातें अपनों को अपनों से ही लड़वाती बातें अपने दरम्यां इक छोटे किस्से को लेकर घर में ही राई का पहाड़ बनाती बातें इक दोस्त को कर दूजे दोस्त के सम्मुख सच्चे यारों की यारी तुड़वाती बातें झूठों का सच्चाई को ही झूठ सुनाकर सच को झूठ का आईना दिखलाती बातें किन-किन बातों पे करेगा अब तू यकीं उत्कर्ष एक बात के सौ मतलब ख़ुद में छुपाती बातें ©उत्कर्ष शुक्ल UK #love_shayari @Gudiya***** Kishori (ᵔᴥᵔ)