मैं थोड़ा भावुक हूं अक्सर भावनाओ में बह जाता हूं कहना तो बहुत कुछ होता है पर कुछ कह नहीं पाता हूं ज्यादा हाई फाई नही ना ही कोई बड़का हूं मैं संस्कारों में बंधा घर का सबसे छोटा लड़का हूं मैं मान लेता हूं अकसर बातें सबकी बिना कुछ कहें रह जाते हैं अक्सर मेरे कुछ सपने अधूरे अन कहें मैं कुछ नही समझता अक्सर लोग ऐसा समझते हैं उड़ाते हैं खूब मज़ाक मेरा और मुझ पर हंसते हैं मानता नहीं हूं मैं बुरा फिर भी लोग बुरा मान जाते है मेरी छोटी सी बात पर अक्सर ही मुझसे ठान जाते है परवाह करता हूं सबकी पर मेरी परवाह कोई नहीं करता सबके साथ खड़ा रहता हूं मेरे साथ कोई खड़ा नहीं रहता रो देता हूं छोटी छोटी बातों पर अक्सर पर कमज़ोर नहीं हूं माना करता हूं शरारते कुछ पर यकीं मानो मै लतखोर नही हूं मुझे भी पता हैं मेरी जिम्मेदारियां और मैं भरसक उन्हें निभाता भी हूं अपनी हर एक छोटी बड़ी बात घर वालो को बताता भी हूं खुश रहता हूं खुद में ही अक्सर दूसरों से तो गम ही मिलता है किसी से मिलता है कुछ ज्यादा तो किसी से कम ही मिलता है अपेक्षाएं सबको होती हैं मुझसे पर मै उपेक्षा का पात्र होता हूं लोगों के लिए मैं बिन दिमाग का सिर्फ एक आदमी मात्र होता हू ©Ankur tiwari #moonnight मैं थोड़ा भावुक हूं अक्सर भावनाओ में बह जाता हूं कहना तो बहुत कुछ होता है पर कुछ कह नहीं पाता हूं ज्यादा हाई फाई नही ना ही कोई बड़का हूं मैं संस्कारों में बंधा घर का सबसे छोटा लड़का हूं मैं मान लेता हूं अकसर बातें सबकी बिना कुछ कहें रह जाते हैं अक्सर मेरे कुछ सपने अधूरे अन कहें मैं कुछ नही समझता अक्सर लोग ऐसा समझते हैं