फूल वाले ने कुछ विचारा,फिर विनीत स्वर में पुकारा। थोड़े से फूल अपनी बीवी के लिए ले जाइए ; इसी बहाने अपने प्रेम का अहसास कराइये। ये रंग बिरंगे फूल जीवन में खुशियों का मजा भर देगें। जो जीने मरने की कसम खाई उसे तरोताजा कर देंगे।। देख लेना प्रेम की गंगा में दोनों कुछ ऐसे डूब जाओगे ; बार बार रोज फूल लेने आप मेरे पास ही आओगे। इस बार मैने उस पर एक विशेष दृष्टि डाली; शादी न होने की बात भी नम्रता से कह डाली। उसनें मुझे ऊपर से नीचे देखा;फिर प्रसन्नता के साथ चीखा। ओ दुनिया के खुश किस्मत इंसान यूँ ही जिंदगी जी लो। और ये फूल उपहार में मेरी तरफ से फ्री में ही ले लो।। उसका मन रखते हुए फूल लेकर मैं घर चला आया; पर उसका कहना सचमुच मुझे बिल्कुल नही भाया। सोच रहा था उसका इस प्रकार कहना उचित नही था। पर आज जब मेरी शादी हुई तब समझ पाया मैं कितना गलत और वह कितना सही था।। 😄😄😄🤣🤣🤣