कुछ तो बाकि है जब भी सुकून सबसे ज्यादा होता है किसी के चलने कि आहट सुनता हु मैं पानी के भॅवर सा लगता है वो पल जितना भी उभरना चाहु खींचे है कोई नीचे गहराइयो में कोई बुला रहा हो धुंधला सा मेरा नाम हथेली में नजर आया वो आवाज भी सुनी सी ये भवर मानो किसी बालो का गुच्छा समुंदर में तैरती यादें इसकी तह तक अब जाना है मुझे हां भवर तुझमे समाना है मुझे #aahat #fursat #paheli #chahat #tilismi