में आज भी उस तरफ पीट करके नहीं सोता जिधर तुमरा चेहरा हुआ करता था बस तुम्हारे होने का ऐसास लगा रहता हैं गर्म होटों की भीगी की लिप्टीस की बुखार में तब तक तकीया रहता हैं बस तुम्हारे होने का ऐसास लगा रहता हैंLokesh sirsot cमा lokesh sirsot