किस्मत और साथ सवरता है उनका जो एक दूसरे के सम्मान की रक्षा करना जानते है... वहॉं हाथ थामे भी जाते है... और जोड़े भी जाते है...।। दुःख हो चाहे कितने भी.. हर आंसू को पुचकारे .. वो मजबूत कंधे बन जाते है..।। वही सच्चे प्रेम के बंधन कहलाते है..!! ©Shalini Pandit हमसफर ....बेहद खूबसूरत शब्द है...लेकिन माइने तब मिलते है जब वो हाथो की हथेली ताउम्र एक दूसरे को थामे रखे.. परिस्थिति चाहे कैसी भी हो...साथ रहने का विश्वास हर साँस मे बसा होना चाहिए...! और ये पंक्तिया मेरे माता - पिता को समर्पित है..! शादी तक मम्मी पापा ने एक दूसरे को नहीं देखा ... दो परिवार के भरोसे दोनों ने एकदूसरे का हाथ थामा... बात ज्यादा नहीं बस 24 साल पुरानी है..!! लेकिन फिर भी उनका प्यार, समझ और एक दूसरे के प्रति आदर...उन्हें हमेशां साथ संजो के रखा है..! यही हमारे संस्कार है, और यही हमारी संस्कृति 🙏🏻❤️ जिसपे मुझे नाज है।🙌