जब भी इस पार्क में टहलने आता हूँ, चमककर वो चेतन चेहरा सामने आ हीं जाता है।
उसे यहीं.. इसी पार्क में जॉगिंग करते देखा करता था। नव्या थी, उम्र यही कोई 24-25 बरस के आसपास की रही होगी, वैसे सच कहूँ तो मेरी वह उम्र बची नहीं कि किसी यौवना को ताडूँ पर एक अजीब सा आकर्षण था उसमें, वो मुझे दिख हीं जाती थी।
जीवन के इस अंतिम चरण में अनजान लोगों के साथ दो पग चलने में भी डर लगता है वैसे भी रिटायर आदमी जो बरसों पहले विधुर हो चुका हो, थोड़ा चिड़चिड़ा हो हीं जाता है। दुनिया से कटकर रहने का आदि हो चुका मैं, अब अपने #Love#story#Emotion#SAD#Arsh