मेरे संघर्ष की कहानी ख्वाहिशों पर पले बड़े है हम , उम्मीदों पर खड़े है हम लड़खागाएंगे मगर , आगे बढ़ने से नहीं डरे है हम जमीं से जुड़े है हम....! कट जाते है शान से , आंधियों में नहीं उखड़े है हम बरगद की जड़े है हम , जमीं से जुड़े है हम...! मंजिल की पल्लू से बंधे है हम चाहो तो कह दो - बहुत बिगड़े है हम , जो जीत की जिद पर अड़े है हम जमीं से जुड़े है हम...! अपनी गलतियों पर हसते है हम, किसी और की गलतियों पर ,ताने नहीं कसते है हम हजारों के दिलों में बसते है हम , चंद मुश्किलों में नहीं उजड़े है हम जमीं से जुड़े है हम...! झूठ से डरते है हम , सच की उंगली पकड़े है हम दिल के बहुत बड़े है हम जमीं से जुड़े है हम...!! #poeticPandey जमीं से जुड़े हैं हम #nojotohindi