चलता रहता है, हम चाहे रुक भी जाएं, पर यह वक्त कहां हमारे लिए रुकता है, तो रुको मत, झुको तो झुको सही थोड़े वक्त के लिए, पर कभी नाकामी से गुज़र कर टूटना नहीं, क्योंकि टूटी हुई बिखरी चीजों को जोड़ने में वक्त लगता है, और अगर जुड़ भी गया तो टूटने का निशान वाला पहचान आंखों में झलकता हैं। ज़िन्दगी का सिलसिला रुकता नहीं, ये वो दरिया है जो कभी ठहरता नहीं... #ज़िन्दगीकासिलसिला #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi