सुना है, आप सब बहुत मेहनत करती है। गोद मे बच्चे लिए दिन भर धूप मे मजदूरी करती है। पुरानी सी साड़ी है तन पर ,पर उसमें भी बहुत खूब लगती है। ज्यादा श्रृंगार नही किया फिर भी सादगी में खिलती है। मैं आपकी मेहनत का छोटा सा उपहार लायी हूँ । मैं भी आपकी खुबसूरती में चार चाँद लगाने आयी हूँ । मै भी थोड़ा सा तुमको बनाने आयी हूँ। दीदी कहूँ, भाभी कहूँ , माँ कहूँ या बेटी कहूँ पर मैं हर नारी को सजाने आयी हूँ। आप सब के लिए आपकी पसंद के झुमके लायी हूँ। और अपने हाथों से आपको पहनाने आयी हॅूँ । बदले में मुझे थोड़ी सी मुस्कान दे देना। मैं नारी की सुंदरता से मिलने आयी हूँ। ©Hema Shakya #jhumka#nari_or_jhumke #hemashakyaquotes #hemashakya #hemashakyastories #hema_thedreamfairy