अचरज से घूर रहा था देश को, नक्शा हाथ में थामे हुए, ऎसा क्या हुआ बताओ, जो अब अलग दृश्य था जाने हुए। बड़े बेदर्दी से दीमक के मानिंद, जो कुतरे हैं मेरे देश को, सूरज सा फिर उठेंगे हम, खड़े हैं जोड़ने की ठाने हुए। एक आरज़ू है दिल में, बिन बुगज़ के यह दिवस मनायें, तिरंगे को दिल से सलाम किये, जाने कितने ज़माने हुए। ला मैं पढ़ लूँ गीता, तू भी कुरान के पन्ने पलट ले, बरसों बीत गए, एक दूसरे को इस कदर पहचाने हुए। हवाओं में भी एक गुरूर की खुश्बू फैल जाती है कासिम, जब जब वह बिन बताए, तिरंगे को चूमकर रवाने हुए। Happy Independence Day to all of you....🇮🇳 #आज़ादीचाहिए #मोलस्वतंत्रताका #स्वतंत्रतादिवस #independenceday #कोराकाग़ज़ #yqdidi #poetry #love Best YQ Hindi Quotes YourQuote Didi