वह ख्यालों में आते हैं हकीकत में नहीं वह सवालों में आते हैं जवाबों में नहीं सामने है मेरे देखते ही नहीं वह सोचते हैं मेरे बारे में पर बताते नहीं ख्याल उनका मुझे आता है रातों में नींद आती नहीं उनकी यादों में पता नहीं क्या वादा है उनके इरादों में मैं भी उन्हें सताता रहूंगा उनके ख्वाबों में आता रहूंगा उनके खयालों में सताता रहूंगा उन्हीं के सवालों में Gudvin.barche@g