खुदा की रहमत खुदा तो अपनी रहमत हम पर हमेशा बरसाता है। बस उसे देखने का हमारा नजरिया बदल जाता है। कुछ बुरा हो तो समझो, इस से भी बुरा हो सकता था। कुछ अच्छा हो तो समझो, हमारे कर्मों से वो खुश हैं। कोशिशें नकाम हो तो समझो, हमारे कोशिशों में कमी हैं। सफल हो जाओ तो समझो, हमारी मेहनत की कद्र करता है। परेशानियाँ बढ़ जाए तो समझो, हमारा इम्तहान ले रहा है। शुकू हो जिन्दगी में तो समझो, हमपे मेहरबानियाँ है। खुदा तो अपनी रहमत हम पर हमेशा बरसाता है। बस उसे देखने का हमारा नजरिया बदल जाता है। #खुदा की रहमत