दिलनवाज़ी भी तेरी सच्ची लगी। ख़ुशमिज़ाजी भी तेरी अच्छी लगी। क़हक़हों में मुझको शामिल कर लिया। ये मेहरबानी तेरी अच्छी लगी।। मैं तेरी महफ़िल का हिस्सा कब बना! ख़ुशगुमानी थी तेरी.... अच्छी लगी।। तुमने दिल के राज़ सारे कह दिए, दिल कि नादानी तेरी अच्छी लगी।। इस मरासिम को मैं अब क्या नाम दूं! दिल को बस यारी तेरी अच्छी लगी।। सब अपनी-अपनी दास्तां कहते रहे, मुझको ख़ामोशी तेरी अच्छी लगी।। #yqaliem #dilnawazi #marasim #yari #dil #love #relationship #achhibaat