चाँद मेरा हमसफ़र बस चांदनी की तलाश है राह चलते वक़्त न रुके हमें मंजिल की तलाश है धुँधला सा लगे ज़माना जब कोई गैर धोखा दे जाता है देखा न जाये वह पल जब कोई अपना ही गैर बनजाता है न छोड़ेगा अपना साथ यह क़ायनात का वादा है कदम पे कदम मिलाए चलना सूरज चाँद सितारों का इरादा है #napowrimo में आज 14वाँ दिन है। सुनसान रातों में अपना हमसफ़र चाँद के सिवा कौन होता है। #चाँदमेराहमसफ़र #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi