आज-कल वक़्त बड़ा बलवान है इसके आगे झुका हर इंसान है बदलना ही है जिसकी फ़ितरत वक़्त उसी का नाम है।।।। वक़्त हर इंसान का आता है कभी बुरा तो कभी खुशिया है लाता वक़्त किसी की अमानत नहीं आज का रजा कल रंक बन जाता है।।। वक़्त हर ज़ख्म को भर हर दर्द भूलाता है उलझे और टूटे रिश्ते वक़्त के साथ जुड़ जाता है।।।। वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता उसके साथ चलनेवाला ही श्रेस्ठ कहलाता है जिसइ उसका दामान छोरा वक़्त उसे छोर आगे बढ़ जाता है।।।। वक़्त बड़ा बलबान है इसके आगे झुका हर इन्सान है बदलना है जिसकी फ़ितरत वक़्त उसी का है।।।।। ⏰🕛🕒🕑🕑🕜🕐🕧⌚ #waqt