कविताओं में तुम्हारे युहीं नहीं रो कर मुस्कुरा पड़ता हूँ नज्म़ पढ़ तुम्हारे मालूम है मुझे उस गेहराई में नहीं हूँ मैं कभी मगर खोजता रहता खुद को युहीं कविताओं में तूम्हारे। Dear Mitra's ❣️ Let's collab on this background Highlights this post 📯 #flm231 #rhl_lb_nn #fillings_life Anything just say on mail ✉ #YourQuoteAndMine Collaborating with 𝐅𝐢𝐥𝐥𝐢𝐧𝐠s 𝐋𝐢𝐟𝐞𝐋𝐢𝐟 #kamil_kavi