Nojoto: Largest Storytelling Platform

देश का बजट अब वही खाता हो गया अरे वही खाता जिसमें

देश का बजट अब वही खाता हो गया
अरे वही खाता जिसमें 
पेश तो सीता रमण ने किया
जिनको अर्थशास्त्र का 
ककहरा तक नही आता 
भाई बजट नही 
ये है वही खाता
अब देश रूपिया जाने कौन है खाता बही नही वही खाता बजट विदेशी है 
अब संविधान भी बदल दो
देश का बजट अब वही खाता हो गया
अरे वही खाता जिसमें 
पेश तो सीता रमण ने किया
जिनको अर्थशास्त्र का 
ककहरा तक नही आता 
भाई बजट नही 
ये है वही खाता
अब देश रूपिया जाने कौन है खाता बही नही वही खाता बजट विदेशी है 
अब संविधान भी बदल दो