Nojoto: Largest Storytelling Platform

काश! तुमने मेरे किए ऐतबार को बखूबी निभाया होता ।।

काश! तुमने मेरे किए ऐतबार को बखूबी निभाया होता ।।
काश! मेरे आखिरी वक्त मे तू मुझसे मिलने आया होता ।।
काश! एक बार फिर तुमने पहले की तरह...
मुझे अपना कहकर सीने से लगाया होता ।।
लौट आता में, मौत को भी पीछे छोड़ कर...
एक बार तो तुमने दिल से आवाज़ देकर बुलाया होता ।।

©gumnaam_writer011 #Kash
काश! तुमने मेरे किए ऐतबार को बखूबी निभाया होता ।।
काश! मेरे आखिरी वक्त मे तू मुझसे मिलने आया होता ।।
काश! एक बार फिर तुमने पहले की तरह...
मुझे अपना कहकर सीने से लगाया होता ।।
लौट आता में, मौत को भी पीछे छोड़ कर...
एक बार तो तुमने दिल से आवाज़ देकर बुलाया होता ।।

©gumnaam_writer011 #Kash