एक बार पंख खोल कर देख, एक बार उड़ कर तो देख आसमान ना छुए तो सोच, एक बार तर्क करके देख जवाब ना मिले तो सोच कर देख एक बार नजर उठा कर देख, तू इतना छोटा तो नहीं है खुद को संभाल कर देख, परेशान नहीं शांति से सोच एक बार खुशियों को अपना कर देख, यह तन्हाई ही तुझे सवारना सिखाएगी, तू बाहर निकल कर देख, दुनिया समझ आएगी... तु खुद पर विश्वास करके देख, नजरें उठा उस चांद को देख, हजारों सितारों में तन्हा है पर इकलौता चमकता है, तू वो चमक बनकर दिखा निखार कर खुद को साबित करके दिखा, डर मत हौसला रख समाज को दिखा, यह जो तुझसे कहते हैं क्या कर रहे हो अभी .... सवाल भी नहीं करेंगे तू खुद को साबित करके दिखा... एक बार पंख खोल कर देख, एक बार उड़ कर तो देख आसमान ना छुए तो सोच, एक बार तर्क करके देख जवाब ना मिले तो सोच कर देख एक बार नजर उठा कर देख, तू इतना छोटा तो नहीं है खुद को संभाल कर देख, परेशान नहीं शांति से सोच एक बार खुशियों को अपना कर देख, यह तन्हाई ही तुझे सवारना सिखाएगी, तू बाहर निकल कर देख, दुनिया समझ आएगी...