बेटे अली के ,मुस्तफ़ा के नवासे हुसैन हैं। हर एक वली के आंखों के तारे हुसैन हैं।। सर देकर, सदा हक़ का बुलंद कर दिया। अब हर क़ौम कह रही है हमारे हुसैन हैं।। (saani) yaad ए कर्बला 9।