जनाब ये बस कुर्सी है
कोई जनाजा तो नही,जब मुहब्बत आम नही कर सकते,तो इससे उतर क्यूं नही जाते//१
वतन में बांटकर चारसू बेरोजगारी,इसे जब खत्म नहीं कर सकते तो,शर्म से मर क्यू नही जाते//२
फैलाकर नफरतें,वतन को नरक बनाने वाले,पाखंडो बिलाखिर ऐसे कर्म से तुम मुकर क्यूं नहीं जाते//३
क्या खल्क में अपनी मबूलियत का एतबार नही,जो होके ईवीएम के सहारे,तुम इस फितरत से सुधर क्यूं नहीं जाते//४ #Shayari#poltics#nojototeam#रिश्ते_आजकल#shamawritesBebaak#MeriChaupal#QuotecontestNojotoapp