दिल के अच्छे, साफ़ और सच्चे ना कोई छल ना कपट खुश रहते हो जैसे बच्चे होना नाराज़ तो झट मान भी जाना प्यारे हो सबके इज्ज़त भी सबको देते सुन कर आपकी बातें लोग कह उठते आप पहले क्यों ना हमसे मिले तर्क संगत और मीठे बोल हर कोई आपके सामने देता अपनी व्यथा बोल कर के समाधान बस एक बात कहते हो अच्छा सोच और रख सकारात्मक सोच ©Dr Supreet Singh #Guide_Cum_teacher